पूर्व प्रधान मंत्री और जनता दल (सेक्युलर) सुप्रीमो एचडी देवेगौड़ा ने यौन शोषण के कई आरोपों का सामना कर रहे अपने पोते, हासन के सांसद प्रज्वल रेवन्ना को गुरुवार को कड़ी चेतावनी दी। पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने पोते से वापस देश लौटने, पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने और कानूनी प्रक्रिया का सामना करने की चेतावनी दी या फिर उन्हें गौड़ा परिवार के गुस्से का सामना करना पड़ेगा। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक आधिकारिक बयान में पूर्व प्रधान मंत्री ने लिखा, “मैंने प्रज्वल रेवन्ना को चेतावनी जारी की है कि वो जहां भी हैं, वहां से तुरंत लौट आएं और कानूनी प्रक्रिया का सामना करें। उन्हें मेरे धैर्य की और परीक्षा नहीं लेनी चाहिए।”
पूर्व PM ने जनता दल (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लेटरहेड वाले अपने पत्र में कहा, “ये कोई अपील नहीं है, जो मैं कर रहा हूं। ये एक चेतावनी है, जो मैं जारी कर रहा हूं। अगर उन्होंने इस चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया, तो उन्हें मेरे और अपने परिवार के सभी सदस्यों के गुस्से का सामना करना पड़ेगा।”
गौड़ा ने एक सख्त लेकिन भावुक बयान देते हुए कहा कि जहां कानून आरोपों को संभाल लेगा, वहीं पारिवारिक चिंताओं के प्रति प्रज्वल की उपेक्षा उन्हें अलग-थलग कर देगी। उन्होंने कहा, “अगर उनके मन में मेरे लिए कोई सम्मान बचा है, तो उन्हें तुरंत लौटना होगा।”
“प्रज्वल रेवन्ना को मेरी चेतावनी” का पत्र
“प्रज्वल रेवन्ना को मेरी चेतावनी” टाइटल से अपने दो पेज के पत्र में, गौड़ा ने बताया कि हालांकि उन्होंने 18 मई को प्रज्वल मामले के संबंध में मीडिया को संबोधित किया था, लेकिन उन्हें, JDS पार्टी के कार्यकर्ताओं, उनके पूरे परिवार और दोस्तों को लगे सदमे और दर्द से उबरने में उन्हें कुछ समय लगा।
गौड़ा ने अपने पत्र में आगे कहा कि वो लोगों को यह विश्वास नहीं दिला सकते कि वो प्रज्वल की गतिविधियों से अनजान थे, न ही उनके पास उन्हें यह समझाने की क्षमता है कि उन्हें अपने पोते को बचाने की कोई इच्छा नहीं है।
झूठ पर सफाई नहीं देना चाहते देवेगौड़ा
इसके अलावा गौड़ा ने कहा कि वे दुर्भावनापूर्ण इरादे से फैलाए गए अलग-अलग राजनीतिक षड्यंत्रों, अतिशयोक्ति, उकसावे और झूठ पर सफाई देने के लिए बचाव नहीं करेंगे।
प्रज्वल की वापसी के लिए एचडी कुमारस्वामी की हालिया अपील का जिक्र करते हुए, JD(S) सुप्रीमो ने उनके रुख पर जोर दिया कि दोषी पाए जाने पर प्रज्वल को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
2 अप्रैल को जर्मनी के लिए राजनयिक पासपोर्ट पर देश छोड़ने वाले प्रज्वल को यौन शोषण के कई आरोपों की SIT जांच का सामना करना पड़ रहा है, जिसके वीडियो कथित तौर पर कर्नाटक में पहले चरण के मतदान से ठीक पहले एक पैन ड्राइव के जरिए सामने आए थे।