Pune Porsche Accident: पुणे के कल्याणी नगर में तेज रफ्तार कार से दो सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को कुचलकर मार डालने के आरोपी 17 वर्षीय नाबालिक को तुरंत जमानत दिए जाने को लेकर हुए हंगामे के बाद किशोर न्याय बोर्ड ने बुधवार (22 मई) को उसे 5 जून तक के लिए निगरानी केंद्र में भेज दिया। वहीं, सत्र अदालत ने पेशे से रियल एस्टेट डेवलपर उसके पिता विशाल अग्रवाल को पुलिस हिरासत में भेज दिया। इस बीच, अग्रवाल परिवार का अंडरवर्ल्ड कनेक्शन सामने आने के बाद इन मामले में एक नया मोड आ गया है। आरोपी परिवार के अंडरवर्ल्ड से संबंध होने का पता चला है। नाबालिग आरोपी के दादा और डॉन छोटा राजन एक दूसरे से मिल चुके हैं।
यह सामने आया है कि जिस दादा ने परिवार का प्रॉपर्टी व्यवसाय शुरू किया था, उसके कथित तौर पर अंडरवर्ल्ड से संबंध हैं। पुणे पुलिस ने शिवसेना पार्षद अजय भोसले को मारने के लिए छोटा राजन के गिरोह से एक भाड़े के व्यक्ति को काम पर रखने के लिए मामला दर्ज किया था।
CBI की चार्जशीट में खुलासा
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अनुसार, जिसने लड़के के दादा के खिलाफ चार्जशीट दायर किया था, उन्होंने कथित तौर पर भोसले की हत्या को अंजाम देने के लिए 2009 में छोटा राजन को कॉन्ट्रेक्ट दिया था। एजेंसी ने कहा आरोपी के दादा ने सबसे पहले गैंगस्टर को अपने भाई के साथ मध्यस्थता करने का ठेका दिया, जिसके साथ उसका कई संपत्तियों के बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। बदले में राजन ने भोसले से संपर्क किया, जो उसके भाई का करीबी था ताकि उस पर भरोसा किया जा सके और मुद्दे को अपने ग्राहक के पक्ष में हल किया जा सके।
भोसले जब 2009 में वडगांव-शेरी से सेना के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में थे तब उन्होंने मामले में हस्तक्षेप नहीं किया। CBI के अनुसार, राजन के ग्राहक को भी भोसले पर उसके भाई के पक्ष में झुकाव का शक था, इसलिए उसने गैंगस्टर से भोसले को खत्म करने के लिए कहा। जब भोसले कोरेगांव पार्क से गुजर रहे थे तो एक हमलावर ने उनकी कार पर गोलीबारी की, लेकिन गोली उनके ड्राइवर को लगी, जिससे वह घायल हो गया और भोसले सुरक्षित बच गए।
जब सीबीआई ने अपनी चार्जशीट दाखिल की तो बिल्डर छोटा राजन के साथ आरोपियों में छठे नंबर पर था। चार्जशीट के मुताबिक, बिल्डर अपने गुर्गे विजय तांबट के जरिए राजन के संपर्क में था। एजेंसी ने 2020 में मुंबई की सीबीआई अदालत में अपने आवेदन में कहा था, “बिल्डर के निर्देश पर छोटा राजन ने मोहम्मद साकिब शाहनवाज आलम खान (हमलावरों में से एक) को उसे (भोसले) को गोली मारने का आदेश दिया।”
भोसले के अनुसार जबकि मामले में अधिकांश आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, तब बिल्डर अग्रिम जमानत हासिल करने में कामयाब रहा और अपने पोते की तरह एक भी दिन सलाखों के पीछे नहीं बिताया। हालांकि, वह अपने अंडरवर्ल्ड कनेक्शन और छोटा राजन को दी गई सुपारी के मामले में आरोपी बना हुआ है।
बुधवार को जब विशेष रूप से बिल्डर के अंडरवर्ल्ड कनेक्शन के बारे में पूछा गया तो महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडनवीस ने मीडिया को बताया कि पुलिस परिवार के आचरण के सभी पहलुओं की जांच करेगी और पुलिस उसके हिसाब से आगे की कार्रवाई करेगी।